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| फोटो-गूगल से साभार |
कर लो भई जो चाहे,जब मुट्ठी में पैसा है.
पैसों के लिए ही ये , संसद चलती है;
पैसों की खातिर ही सियासत रंग बदलती है।।
साहस औ लाचारी -अभिमान ये पैसा है।।१।।
भगवान ये पैसा है,ईमान ये पैसा है।।
पैसों के पीछे हैं,नेता -अफसर भागे।
हर कोई बस यारों ,पैसा-पैसा मांगे।
कपडे ,ताबूत-कफ़न मे, पैसों की जरुरत है,
पैसा ही पूजा है,अरदास-इबादत है।।
ईशा -अल्ला-अपना रहमान ये पैसा है।।२।।@
भगवान ये पैसा है,ईमान ये पैसा है।
हो जाते पूत-कपूत,जो नहीं कमाते है.
पैसों के खातिर ही,सब रिश्ते-नाते है,
जब जेब रहे खाली .बिन पैसे-बिन पाई।
वैरी हो जाते- सब बीबी-बच्चे-भाई।।
माँ-बाप की चाहत में ,संतान ये पैसा है।।३।।@
भगवान ये पैसा है,ईमान ये पैसा है।
पैसों के पावों पर, ये दुनिया चलती है.
कहते हैं पैसों से, तकदीर बदलती है;
पैसों की बदौलत ही सब रौशनाई है।
पैसों से ही बजती,आँगन में शहनाई है।। ..
भगवान ये पैसा है-ईमान ये पैसा है।।
ईशा -अल्ला-अपना रहमान ये पैसा है।।
भगवान ये पैसा है-ईमान ये पैसा है।
---सुधीर शर्मा
---सुधीर शर्मा

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