शुक्रवार, 1 जनवरी 2016

नवी मुंबई में अवैध विदेशियों से बढ़ा खतरा

सर्वेक्षण दे रहे खतरे का अल्टीमेटम
अवैध वास्तव्य से सुरक्षा का खतरा

नवी मुंबई, सानपाड़ा की गुनीना बिल्डिंग में पकड़ा गया डेविड कोलमैन हेडली और ट्रेन ब्लास्ट का आरोपी का घणसोली से पकड़ा जाना इस बात के संकेत है कि नवी मुंबई अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित शरणगाह रही है.वर्तमान में तकरीबन 2000 विदेशी नागरिकों के अवैध वास्तव्य ने सुरक्षा को लेकर पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं. सतर्कता संगठन मीडिया इन्टेलीजेंस नेटवर्क ने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को खत लिखकर जांच और कार्रवाई की मांग की है. मीडिया इन्टेलीजेंस के सर्वेक्षण में विदेशी नागरिकों के अवैध वास्तव्य एवं उनके संदिग्ध क्रियाकलापों से जुड़े कई गंभीर तथ्य सामने आए हैं जो नवी मुंबई सहित राज्य की सुरक्षा के लिहाज से भी खतरे की घंटी हैं.

1-मीडिया इन्टेलिजेस नेटवर्क के आंकलन में इन विदेशियों के रहन-सहन एवं संदिग्ध क्रियाकलापों से जुड़े जो तथ्य सामने आए हैं वे शहर एवं देश की सुरक्षा और शांति के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं. एपीएमसी, नेरुल, वाशी एवं कोपरखेरणे तथा बेलापुर पुलिस स्टेशनों में इनके अवैध कारनामों और बिना वीजा रहने के गंभीर मामले भी दर्ज हैं.
2- आशंका है कि ये देश की सुरक्षा से जुड़े स्थानों की रेकी या अन्य आतंकी गतिविधियों के लिए सूचना देने या अन्य जासूसी कार्यो में स्लीपर सेल की तरह भूमिका निभाते होंगे. शहर में रहने वाले अधिकांश विदेशी एक्सपायर्ड वीजा एवं पासपोर्ट पर नवी मुंबई में रह रहे हैं, जो संवैधाकि तौर पर अवैध है. उन्हें उनके देश भेज देने (डिपोर्ट) की कार्रवाई की जरुरत है.  
3-नवी मुंबई पुलिस के संबंधित पुलिस स्टेशनों द्वारा ऐसे विदेशी नागरिकों की निगरानी या मॉनिटरिंग के लिए कोई भी प्रभावी सिस्टम नहीं है, ताकि उनकी विजा वैधता, निवास और कामकाज के विस्तृत ब्यौरे का नियमित आकलन किया जा सके. ऐसी लापरवाही गंभीर खतरों की चेतावनी है.
4-तकरीबन 65 फीसदी से अधिक यूरोपियन, नाइजीरियन नागरिक जिस भाड़े के मकान या इमारतों में निवास करते हैं. उनके लिए घर-मकान भाड़े पर देते समय स्थानीय पुलिस थाने से एनओसी नहीं ली जाती है.अधिकांश मकान, फ्लैट मालिकों ने बिना पुलिस एनओसी के ही मोटा एवं मनमाना भाड़ा वसूलने की लालच में अपने मकानों या कमरों को इन विदेशियों को भाड़े पर दे देते हैं, जो चिंतनीय और गैर कानूनी है.  
5-सायबर क्राइम ,स्मगलिंग, फेक करेंसी और सेक्स रैकेट जैसी गतिविधियों में कई विदेशी नागरिकों का नाम के आने के बाद नवी मुंबई पुलिस इनके वास्तव्य, कामकाज, कारोबार, विजा एवं पासपोर्ट आदि की जांच को लेकर गंभीर नहीं है जिसे लेकर विशेष निर्देश की जरुरत है. 

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