शनिवार, 15 मार्च 2014

लहर लहर लहराए ये तिरंगा


ये बात हवाओंं को बताए रखना, इस तिरंगे को अपने दिल में बसाए रखना..बेलापुर का नया मनपा मुख्यालय आजक ल आने-जाने वालों से कुछ ऐसी ही अपील कर रहा है. इस अपील में जो विशेष है, वो है देश के सबसे ऊंचे ध्वज स्तंभ पर लहाराता हुआ तिरंगा..वो तिंरगा, जिसके लिए लाखों वीर जवानों ने अपनी कुर्बानियां दीं.. 225 फुट ऊंचा ध्वज स्तंभ हिन्दुस्तान के किसी और प्रांत या शहर में है भी नही. यहां 24 घंटे लहराता है तिरंगा, अपनी शान में..यही तिरंगा अब नवी मुंबई की शान बन गया है.पाम बीच रोड से होकर पुणे-मुंबई की ओर गुजरने वाले हर शख्स का दिल यहां से गुजरते हुए गुनगुनाने लगता है, रुक जा रे दिल तु बस यहीं, जो बात इस जगह है कहीं पे नहीं. सच में मन कहता है कुछ पलों के लिए यहीं ठहर जाएं, खड़े होकर खिंचवा लें एक तस्बीर ताकि यादगार बन जाए कि हमने हिन्दुस्तान के सबसे ऊंचे ध्वज स्तंभ पर तिरंगे को लहराता हुए देखा है..नवी मुंबई में..
भर आयीं आखें, उभर आया देशप्रेम
19 फरवरी को केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने जब यहां ध्वजारोहण किया तब सलामी दे रहे हजारों लोगों की आखें राष्ट्रीय स्वाभिमान के कारण डबडबा गयीं. जैस-जैसे तिंरगा झंडा उपर उठता गया उसी के साथ मादरे-वतन को बुलंदियों पर देखने का अरमान भी ऊंचा उठता चला गया. स्वाधीनता के गर्व से सीना फूलता चला गया..ऐसा कौन  नहीं होगा जिसके मन में यहां देशाभिमान का जज्बा हिलोरें न लिया हो. शायद इसी को तो कहते हैं देशप्रेम..कुछ पलों के लिए यहां अखंड भारत, अनेकता में एकता का भारत, एक भारत नजर आया..नवी मुंबई में..यह प्रतीक है भारत की स्वाधीनता का, संप्रभुता का. नवी मुंबई मनपा मुख्यालय पर लहरा रहा यह तिरंगा प्रेरक बन रहा है देशभक्ति का.
सांसद संजीव ने जड़ा सितारा 
बुलंदियों पर लहराता ध्वज सम्मान है सेटेलाईट सिटी का. नवी मुंबई के बेलबूटे में यह सम्मान का नया सितारा है.जिसे कम उम्र महापौर का लिमका रिकार्ड बनाने वाले सांसद संजीव नाईक ने जड़ा है. नवी मुंबईकरों को 24 घंटे पानी के लिए मोरबे डैम विकास और पोलियो अभियान को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए डॉ.संजीव नाईक देश भर में मशहूर हैं. सर्वोच्च ध्वज स्तंभ पर लहराता हुआ तिरंगा उनक ी दूरदर्शिता का नया इतिहास लिख गया है. इससे पहले कर्नाटक के बैंगलूरू शहर में जिंदल स्टील कंपनी में 100 फुट जबकि यहीं मीलीटरी मेमोरियल में इसी साल 23 जनवरी को सुभाष चंद्रबोस की जयंती पर 213 फुट का ध्वज स्तंभ लगाया गया है,लेकिन नवी मुंबई मनपा मुख्यालय में स्थापित स्तंभ सबसे ऊंचा है.
सेटेलाईट सिटी का और बढ़ा सम्मान
शिल्पकार गणेश नाईक ने नवी मुंबई को लोकाभिमुख पहचान दी है. सिडको द्वारा विकसित शहर को मनपा संभालती-संवारती है. आधुनिक व खूबसूरत रेलवे स्टेशन, पाम बीच रोड, खाड़ी किनारे ऊंची इमारतें, 24 घंटे पानी-बिजली सहित ढेरों मौलिक सुविधाएं .वंडर पार्क जैसे उद्यान, राजीव गांधी स्टेडियम, ऐरोली में आंबेडकर स्मारक और सीमेंट का ठाणे बेलापुर रोड  .सुनियोजित सुविधाओंं पर आधारित बेहतर जीवन स्तर विशिष्टताएं हैं नवी मुंबई की.  जिस प्रांगण में ध्वजस्तंभ लगा है मनपा की वह हरित इमारत भी ऐतिहासिक है.उद्घाटन करते हुए शरद पवार ने इसे अमेरिका के ह्वाईट हाउस की संज्ञा दी. 13 रेन हार्वेस्टिंग पिट,चारो और हरियाली,नैसर्गिक प्रकाश व्यवस्था, लोकाभिमुख कार्यालय और शीर्ष पर बिना खंभों पर टिका विशाल गुंबज उत्कृष्ट बनावट और निर्माण शैली का नमूना पेश करते हैं.यानी..पर्यावरण पूरक..सुंदर.. बेमिसाल..लेकिन इन सबसे विशेष 225 फुट के ऐतिहासिक ध्वज स्तंभ पर लहराते हुए तिरंगे ने भारतीय मानचित्र मे सेटेलाईट सिटी की शुमारी और बढ़ा दी है. यकीनन जब भी आप इधर से गुजरेंगे, बुलंदियों पर लहराते हुए इस तिंरगे को देखकर आप भी गुनगुना उठेंगे..विजयी विश्व तिरंगा प्यारा.झंडा ऊंचा रहे हमारा....








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