मंदा म्हात्रे ने बेलापुर में खिलाया कमल
ऐरोली से राकां के संदिप नाईक विजयी
सुधीर शर्मा
नवी मुंबई. लोकनेता गणेश नाईक का गढ़ कहलाने वाली नवी मुंबई की बेलापुर सीट राकां के हाथ से चली गयी जबकि ऐरोली सीट पर राकां का कब्जा बरकरार रहा. रविवार को आए चुनावी नतीजों के अनुसार भाजपा की मंदा म्हात्रे बेलापुर सीट से कमल खिलाने में कामयाब रहीं. मंदा को कुल 55316 मत मिले वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस के गणेश नाईक को 53,825 वोट प्राप्त हुए. 20वें राऊंड तक पीछे चल रही मंदा म्हात्रे 25वें चरण की गिनती में शिवसेना के विजय नाहटा और घड़ी को पीछे छोड़ते हुए राकां को 1491 मतों से हराने में सफल रहीं.जबकि आखिरी दौर तक राकां को कड़ी टक्कर दे रहे विजय नाहटा 50,983 वोट पाकर तीसरे नंबर पर चले गए. हाथ के पंजे के साथ 15 साल बाद चुनाव में उतरे नामदेव रामा भगत को कुल 16,604 वोट मिले जबकि मनसे के गजानन काले को सिर्फ 4193 वोटों से ही संतोष करना पड़ा. बहुजन समाज पार्टी के दीपक सावंत दलितों का वोट बटोरने में नाकाम रहे उन्हें केवल 2053 मत हासिल हुए. निर्दलीयों में प्रकल्पग्रस्तों की ओर से खड़े डॉ. राजेश पाटिल को सबसे ज्यादा 3722 वोट मिले. वहीं गौतम गायकवाड़ बेलापुर सीट से सबसे कम वोट पाने वाले कैंडिडेट रहे जिन्हें कुल 113 मत मिला. रविवार को वाशी सेक्टर 4 में स्थित सेक्रेट हार्ट हाईस्कूल प्रांगण में वोटों की गिनती सुबह 9 बजे से भारी पुलिस बंदोबस्त एवं सुरक्षा इंतजामों के बीच करायी गयी.यहां पुलिस आयुक्त के,एल प्रसाद सहित कई पुलिस उच्चाधिकारी गतिविधियों की स्वयं निगरानी में लगे थे. जीत के बाद अपनी प्रतिक्रिया में मंदाम्हात्रे ने राकां के गणेश नाईक को पराजित करने को बड़ी उपलब्धि माना और मोदी के मार्गदर्शन में विकास को आगे बढ़ाने का संकल्प दुहराया.
मोदी की लहर ने दिलाई विजय
नवी मुंबई से भाजपा की मंदा म्हात्रे एवं पनवेल से प्रशांत ठाकुर की जीत को मोदी लहर का बड़ा असर माना जा रहा है. जानकारों की राय में सीधा प्रचार एवं ठाणे-मुंबई आदि ठिकानों पर हुई पीएम मोदी की सभा का असर ठाणे एवं रायगढ़ जिले के प्रत्याशियों का जनाधार बढ़ाने एवं जीत का इतिहास रचने में सबसे बड़ा जरिया बना.हालांकि विकास के मामले में देश में नंबर वन मानी जाने वाली नवी मुंबई महानगर पालिका के सलाहकार और राकां नेता गणेश नाईक को यहां से पराजय का मुंह देखना पड़ा है. 1999 में भी वे शिवसेना के सिताराम भोईर से पराजित हुए थे लेकिन इस बार उन्हें शिवसेना से नहीं बल्कि राकां छोड़कर भाजपा में आयी मंदाताई म्हात्रे से हारना पड़ा है.गणेश नाईक को नवी मुंबई के विकल्प के रुप में पहचाना जाता है, पिछले 25 सालों से लगातार उनके परिवार का राजनीतिक वर्चस्व बरकरार रहा है हालांकि उसमें दरार पडऩे लगी है. मई 2014 के लोकसभा चुनाव में संजीव नाईक की शिवसेना प्रत्याशी राजन विचारे के सामने हार तथा अब विधानसभा में पूर्व एमएलसी मंदाताई म्हात्रे के सामने पराजय राकां के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. जानकार मानते हैं कि किंग मेकर रहे गणेश नाईक के हारने से नवी मुंबई में दलगत विरोधियों की सक्रियता एवं मनपा में सत्ता के खिलाफ नये राजनीतिक समीकरण को बल दे सकता है जो उनके जनाधार के लिए खतरनाक बनेगा.
ऐरोली से संदिप नाईक दूसरी बार जीते
सतत संपर्क, विकास को प्राथमिकता एवं जन समस्याओं को लेकर सदैव आवाज बुलंद करने के कारण सबके चहेते रहे राकां प्रत्याशी संदिप नाईक ऐरोली से दूसरी बार विधायक बनने में सफल रहे. उन्होंने अपने पुराने प्रतिद्वंदी विजय चौगुले को 8725 मतों से हराकर शानदार जीत हासिल कर ली.2009 में भी उन्होंने शिवसेना को पराजित किया था. रविवार को संपन्न हुई मतगणना में संदिप नाईक को कुल 76,444 मत प्राप्त हुए वहीं शिवसेना के विजय चौगुले को कुल 67,719 वोट मिले. यहीं से भाजपा उम्मीदवार वैभव तुकाराम नाईक 46,405 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे. कांग्रेस के रमाकांत म्हात्रे को 8794 मत तथा मनसे के गजानन खबाले को 4111 वोट प्र्राप्त हुए. रिपाई के रिटेश भागे को सबसे कम 112 वोट जबकि निर्दलीयों में के.आर.गोपी को सर्वाधिक 907 वोट मिले. यहां अकेली महिला कैंडिडेट सुनीता मोहन तुपसौन्दर्या को 417 मत हासिल हुए.
विकास को देंगे नयी गति-संदिप
जीत की घोषणा के बाद राकां विधायक संदिप नाईक ने कहा कि अपने पिता गणेश नाईक के मार्गदर्शन में विकास के विजन के साथ नवी मुंबई को बेहतरीन सेवा-सुविधाओं वाला आधुनिक शहर बनाने का अभियान हम आगे भी जारी रखेंगे. उन्होंने सभी नवी मुंबईकरों को बहुमत दिलाने पर आभार व्यक्त किया.
पनवेल में प्रशांत ठाकुर की शानदार जीत
कांटे की टक्कर के बीच शेकाप उम्मीदवार बालाराम पाटिल को 13,224 मतों से हराते हुए भाजपा के प्रशांत ठाकुर पनवेल में कमल खिलाने में सफल रहे. 12 सिंतबर को टोलमाफी नहीं देने से नाराज प्रशांत ठाकुर ने विधायक पद से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस से हाथ छुड़ा लिया था.और भाजपा के टिकट पर पनवेल से चुनाव लड़े थे. कांग्रेस खेमे को छोडऩे के बाद भाजपा उम्मीदवार के तौर पर उनकी जीत चुनौतियों से भरी थी हालांकि पनवेल में विकास को नया मुकाम दे चुके प्रशांत ठाकु र को जनता ने अपनाते हुए दो वे जीतने में सफल रहे. प्रशांत ठाकुर को कुल 1 लाख 24,817 वोट मिले जबकि शेकाप के बालाराम पाटिल को 1 लाख 11,647 मतों पर ही संतोष क रना पड़ा. शिवसेना के वासुदेव घरत 17,913 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे. कांग्रेस के आर.सी.घरत को 9263 मत प्राप्त हुए. 6566 वोटों के साथ मनसे प्रत्याशी केशरीनाथ पाटिल पांचवें नंबर पर रहे. यहां निर्दलीयों में सबसे कम वोट पाने वालों में महादेव पवार तथा सर्वाधिक मत पाने वाले बालूसेठ गजानन पाटिल रहे.
जनता का विश्वास कायम रखेंगे-प्रशांत
यह जीत जनता की है. विकास को समर्पित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी वर्गों को साथ लेकर पनवेल के सम्पूर्ण विकास के लिए काम करेंगे. जनता ने विजय दिलाकर जो विश्वास जताया है उसे हर संभव कायम रखेंगे.
उरण में शिवसेना के मनोहर भोईर जीते
नवी मुंबई में शिवसेना की दोनों सीटों पर हार से उलट शेकाप के गढ़ उरण में शिवसेना के मनोहर भोईर ने कांग्रेस-बीजेपी को पीछे छोड़ते हुए जीत हासिल कर ली. यहां विधायक रहे शेकाप के विवेक पाटिल को 1349 मतों से हराकर मनोहर भोईर ने उरण में भगवा फहरा दिया.शिवसेना के भोईर को कुल 45,416 मत मिले जबकि शेकाप के विवेक पाटिल को 44,067 वोट प्राप्त हुए .कांग्रेस के महेन्द्र घरत यहां 28443 मतों के साथ तीसरे नंबर पर रहे. उरण में अन्य क्षेत्रों की बजाय मोदी मैजिक फेल रहा. यहां भाजपा के महेश बालदी को 27,152 वोट पाकर कांग्रेस से पीछे रहना पड़ा. वहीं मनसे के अतुल भगत को 2796, एनसीपी के प्रशांत पाटिल को 2691 एवं समाजवादी पार्टी के दीपक पाटिल को केवल 1474 वोटों पर ही सिमटने के कारण अपनी जमानत बचा पाने में भी नाकाम रहे.
