24 अप्रैल को ठाणे जिले की 4 लोकसभाओं में होने वाले चुनाव में मतदान प्रक्रिया को सम्पन्न कराने के लिए कुल 8044 मतदान केन्द्र सुनिश्चित किए गए हैं.बतादें कि 1 करोड 21 लाख 27 हजार की आबादी वाले ठाणे जिले में 4 लोकसभा क्षेत्र , और 24 विधानसभा क्षेत्र हैं.सम्पूर्ण जिले में कुल 70 लाख 61 हजार मतदाता हैं.जिनके लिए मतदान की अलग -अलग प्रक्रियाओं को पूरा कराने के लिए यहां तकरीबन 50 हजार कर्मचारियों की नियुक्ति की गयी है.जो जिले के 24 विधान सभा क्षेत्रों में अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे. उप निर्वाचन अधिकारी माधवी सरदेशमुख ने बताया कि जिलाधिकारी पी वेलरासु के निर्देश पर नियुक्त कर्मचारियों को आदेश दिए गए हैं कि वे तय केन्द्रों पर अपनी ड्यूटी संभाल लें,ताकि चुनावों का काम पूरा किया जा सके.
अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण अनिवार्य
निर्वाचन विभाग ने एक निर्देश जारी कर नियुक्त अधिकारियों व कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने की अपील की गयी है.बतादें कि चुनावों की प्रक्रिया समझाने के लिए यह प्रशिक्षण 26 मार्च से 1 अप्रैल के बीच चलेगा.गौरतलब है कि अधिकारियों के लिए ये प्रशिक्षण केन्द्र अलग-अलग विधान सभा इलाकों में स्थापित किए गए हैं,जहां निर्वाचन कर्मचारियों की तैनाती की गयी है.शिविर में उक्त मतदान क्षेत्र की राजनैतिक,सामाजिक स्थिति,प्रत्याशियों की पृष्ठभूमि,मतदाताओं की आर्थिक,व शैक्षणिक हालात की जानकारी के साथ ही पुलिस इंतजाम,निर्वाचन में बाधा के दौरान कार्रवाईयों की प्रक्रिया आदि का विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है.
वर्ना होगी सख्त कार्रवाई
निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी द्वारा जारी अभिज्ञप्ति में कर्मचारियों को इस प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने को अनिवार्य है.इस संदर्भ में प्रशिक्षण शिविर में नहीं लेने वाले कर्मचारियों के खिलाफ लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 134 के तहत सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है.
कर्मचारियों को 26 मार्च से 1 अप्रैल के बीच विशेष प्रशिक्षण में शामिल होने की अपील की है. सूत्रों की मानें तो नवी मुंबई एवं ठाणे जिले के तकरीबन 30 से 40 फीसदी कर्मचारी चुनावी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं,जिसको देखते हुए निर्वाचन अधिकारी ने सख्त कार्रवाई का फरमान जारी किया है.

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