सोमवार, 27 अप्रैल 2015

अनपढ़ नगरसेवक लिखेंगे नवी मुंबई की तकदीर


8 वीं से कम पढ़े हैं 31 नगरसेवक
7 नगरसेवकों को नहीं आती अंग्रेजी

सुधीर शर्मा
नवी मुंबई. सेटेलाइट सिटी नवी मुंबई में 23 अप्रैल को चुनकर आए 111 नगरसेवकों में से 50 फीसदी नगरसेवक 10वीं से कम पढ़े लिखे हैं. सूत्रों की मानें तो इन्हें इन्टरनेट एवं कम्प्यूटर चलाना भी नहीं आता ऐसे में आधुनिक बन रहे शहर में योजनाओं को लेकर ये कितना प्रभावी काम कर पाएंगे इस पर सवाल खड़े होने लगे हैं. बता दें कि  विजेता बने 31 नगरसेवक महज 8वीं से भी कम पढ़े लिखे हैं. एडीआर के आकलन के अनुसार जिन नगरसेवकों को जनता ने अपना प्रतिनिधि चुना है उनमें से 40 प्रतिशत नगरसेवकों को ठीक से अंग्रेजी पढऩा-लिखना भी नहीं आता.
7 नगरसेवकों को पढऩे लिखने में मुश्किल
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 11 नगरसेवक केवल 5वीं तक पढ़े हैं, जबकि 7 नगरसेवक ऐसे हैं जो सामान्य तौर पर लिखने-पढऩे के अलावा कुछ भी नहीं जानते . 13 नगरसेवक महज 8 वीं पास हैं, वहीं 10वीं पास के नगरसेवकों की संख्या सबसे ज्यादा 25 है. 12 वीं पास नगरसेवकों की संंख्या 19 है जबकि  ग्रेजुएट के 16, पोस्ट ग्रेजुएट 6 एवं ग्रेजुएट प्रोफेशनल 4 को मिलाकर कुल 26 नगरसेवक उच्च शिक्षा प्राप्त हैं.  वहीं बेलापुर वार्ड नंबर 104 से राकां के टिकट पर चुने गए जयाजी नाथ अकेले डाक्टरेट नगरसेवक हैं. 3 नगरसेवकों ने अपने शिक्षण की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करायी है.
21 नगरसेवक 30 साल से कम 
कुल 105 नगरसेवकों पर किए गए आकलन के अनुसार 21 नगरसेवक 1 से 30 साल आयुवर्ग के अंदर के हैं. इनमें 7 नगरसेवक 25 आयु वर्ग से कम जबकि 14 नगरसेवक 25 से 30 साल के बीच के हैं. वहीं चुने गए नगरसेवकों में 31 से 40 आयुवर्ग के बीच के 26, वहीं 51 से 60 साल उम्र के 18 जबकि  61 से 70 वर्ष आयुवर्ग के एक नगरसेवक का समावेश है. सर्वाधिक 39 नगरसेवक युवा वर्ग यानी 41 से 50 आयु वर्ग के चुने गए हैं.जो महानगर पालिका में जनता के मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे.बता दें कि यह आकलन 111 नगरसेवकों में से केवल 105 में किया गया था. बाकी 6 नगरसेवकों की उम्र आदि का परीक्षण इस आकलन में शामिल नहीं है. अपराधिक छवि वाले चुनकर आए 17 नगरसेवकों में से 2 के खिलाफ सामान्य जबकि 13 के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें एनसीपी के 8,  शिवसेना के 3, वहीं भाजपा के 2 नगरसेवकों का नाम शामिल है.
62 नगरसेवक बनी महिलाएं 
नवी मुंबई महानगर पालिका चुनाव 2015 में इस बार 50 फीसदी यानी कुल 56 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित थीं. इसके अलावा भी 6 सीटों पर महिलाओं ने शानदार जीत हासिल कर 111 वार्डों वाले मनपा में 62 के साथ पहले नंबर पर पहुंच गयी हैं. इनमें एनसीपी के 51 नगरसेवकों में से 32 महिलाएं, शिवसेना के 38 में 14 महिलाएं, कांग्रेस के 10 में से 9 महिलाएं जबकि भाजपा के 6 में से 3 महिलाएं एवं निर्दलीयों के 5 में से 4 महिलाएं भारी मतों से जीतने में सफल रही हैं. 

सोमवार, 20 अप्रैल 2015

हत्या और अपहरणकर्ताओं के सहारे शहर का विकास


मनपा के 53 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले 
सुधीर शर्मा
नवी मुंबई,रा.सं. 22 अप्रैल को होने वाले मनपा के चुनावी महासंग्राम में 568 में से कुल 201 उम्मीदवार करोड़पति पाए गए हैं.वहीं 53 उम्मीदवार अपराधिक छवि वाले पाए गए हैं. इनमें से 13 के खिलाफ सामान्य जबकि 40 के खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले दर्ज हैं. नामांकन के समय निर्वाचन विभाग को दिए गए प्रतिज्ञापत्र में खुद प्रत्याशियों ने अपने उपर दर्ज आपराधिक मामलों का खुलासा किया है. इनमें एनसीपी के 12, कांग्रेस के 11, शिवसेना के 7, वहीं भाजपा के 4 प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास एवं अपहरण तथा सामाजिक सद्भाव बिगाडऩे के गंभीर मामले दाखिल हैं. हालांकि कई मामलों पर फैसला हो चुका है जबकि कई विचाराधीन हैं. ताज्जुब की बात है कि निर्वाचन विभाग सुधारों के तहत 3 से अधिक बच्चों वाले लोगों के चुनाव लडऩे की पाबंदी लगा चुका है, जबकि आपराधिक छवि वाले लोग आज भी खुलेआम चुनावों मे हिस्सा ले रहे हैं. रिपोर्ट इस बात का संकेत है कि नए दौैर में वे लोग चुनाव में सबसे ज्यादा हिस्सा ले रहे हैं जो या तो अमीर हैं या दबंग अथवा आपराधिक छवि वाले हैं.बहरहाल लोकतंत्र की अदालत में जनता इन 40 फीसदी प्रत्याशियों के क्रिमीनल बैकग्राऊंड पर क्या फैसला लेती है देखना होगा.
201 मनपा उम्मीदवार करोड़पति
चुनाव लोकतंत्र की मजबूती का आधार हैं. हालांकि बढ़ते चुनावी खर्च, धन बल और बाहुबल का इस्तेमाल होने लगा है. सामान्य लोग इससे दूर हटते जा रहे हैं. ऐसे में राजनीति को कमाई का हथियार बनाने वाले प्रत्याशियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.अधिकांश पैसे वाले लोग ही चुनाव में बतौर प्रत्याशी एक दूसरे से लड़ रहे हैं. बता दें कि 537 उम्मीदवारों में से कुल 37 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं. निर्वाचन विभाग में जमा दस्तावेजों के अनुसार सबसे ज्यादा 59 करोड़पति उम्मीदवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के हैं. इनकी औसतन संपत्ति 3.29 करोड़ की है. वहीं करोड़पति उम्मीदवारों की सूचि में शिवसेना के 38 के पास 4.20 करोड़, कांग्रेस के 27 के पास 4.21 करोड़, भाजपा के 24 के पास 3.51 करोड़ जबकि शेकाप के 33 में से 4 प्रत्याशियों की सकल संपत्ति करोड़ों के पार है. 172 निर्दलीयों में भी 48 प्रत्याशियों की संपत्ति 3 करोड़ के उपर है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्मस (एडीआर) एवं महाराष्ट्र इलेक्शन वॉच का यह आकलन नवी मुंबई के 568 में से 537 प्रत्याशियों के दस्तावेजों का विश्लेषण करने के पश्चात तैयार किया गया है.
संतोष शेट्टी नवी मुंबई के सबसे अमीर प्रत्याशी
आकलन रिपोर्ट के मुताबिक नेरुल प्रभाग 100 के कांग्रेस प्रत्याशी संतोष देवप्पा शेट्टी एवं उनकी पत्नी अनीता संतोष शेट्टी नवी मुंबई के सर्बाधिक अमीर उम्मीदवारों में शामिल हैं. संतोष शेट्टी के पास 110 करोड़ से अधिक की सकल संपत्ति है तो उनकी बीबी 110 करोड़ के साथ ही उनकी बराबरी में खड़ी हैं. इन दोंनों के पास कुल मिलाकर 220 करोड़ की संपत्ति है.  नेरुल के ही दीलीपराव तिड़के 63 करोड़ की सकल संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर हैं. वहीं 45.39 करोड़ के साथ शिवसेना के किशोर पाटकर चौथे नंबर पर और राकां की नेत्रा आशीष शिर्के 40 करोड़ की संपत्ति के साथ पांचवे नंबर पर हैं. आकलन के अनुसार कुल 37 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति प्रत्याशियों की सूचि में शामिल हैं. पार्टीनुसार 62 फीसदी शिवसेना में, 59 फीसदी राकां के जबकि 57 फीसदी बीजेपी के प्रत्याशी अमीर हैं.लायबिलिटीज के मामले में भी कांग्रेस के संतोष देवप्पा शेट्टी 8 करोड़ के साथ नंबर एक पर, भाजपा के रामचंद्र घरत 4 करोड़ के साथ दूसरे स्थान पर वहीं कांग्रेस की सुदर्शना अनिल कौशिक 2.92 करोड़ के साथ तीसरे स्थान पर हैं. प्रत्येक प्रत्याशी की औसतन संपत्ति तकरीबन 2.51 करोड़ है.